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खेती विधेयक वापिस ना होने पर दी चेतावनी
दलितों को लेकर किसानों के साथ सड़क पर उतरुंगा: चन्द्रशेखर

आप अभीतक
गाजियाबाद। यू पी बॉर्डर-मंगलवार को यू पी गेट पर भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी की भारी भीड के साथ किसानो का समर्थन करने पहुंचे भीम आर्मी चीफ चर्न्द्शेखर के तेवर तल्ख होते जा रहे हैं। उन्होने एलान कर दिया है कि यदि तीनो खेती कानून वापिस ना हुए तो वे दलितों और कमेरों को लेकर किसानो के समर्थन मे सडक पर उतर जाएंगे। उन्होने कहा कि खेती बिल केवल किसानो की बबार्दी के ही सबब नही बनने वाले हैं बल्कि कृषि पर निर्भर दलित, पशु पालक व कामगार भी इस बिल के शिकार होकर बर्बाद हो जाएंगे। चन्द्रशेखर ने कहा कि ये बिल वस्तुत: बदहाल हुई पडी पूरे भारत की अर्थव्यवस्था को चौपट कर देंगे। इसलिये ये आन्दोलन केवल किसानो का नही है बल्कि हर एक भारत वासी का है। चंद पूंजीपतियों की मनमर्जी और एकाधिकार चलाने के लिये मोदी सरकार इन कानूनो को लेकर आई है। भाजपा का यही एजेंडा है कि देश की पूंजी चंद घरानो में सिमट जाये और भारत को नई ईस्ट इण्डिया कम्पनी के हवाले कर दिया जाये। चन्द्रशेखर ने कहा कि देश बहुत मुश्किल घड़ी से गुजर रहा है। कौन्ट्रैक्ट फार्मिंग के तहत कॉरपोरेट किसानो की जमीन लेकर उस पर बैंक से कर्जा लेकर भाग जायेगा और किसान कौर्ट भी नही जा पायेगें। न्यूनतम समर्थन मूल्य व अधिकतम समर्थन मूल्य दोनो ही किसानो और उप भोक्तओ के लिये आवश्यक हैं। चन्द्रशेखर ने कहा कि मंडी खत्म करके मंडियों की लाखों करोड की संपत्ति को भाजपा सरकार अंबानी अदानी को सौपने की तैयारी में है। गाव देहात में पशु पालन करके आजीविका चलाने वाले लोगो को क्या कॉरपोरेट अपने खेतो मे घुसने देगा? सेवा और दस्तकारी से जुडे गरीब लोगों की आजीविका इन कानूनो से खतरे में पड़ जायेगी। नेहरु भी कॉरपोरेट खेती के हिमायती थे लेकिन सर छोटू राम और चो चरण सिंह के होते वे इसमे सफल नही हो पाये। चन्द्रशेखर ने कहा कि तीनो बिलो के विरोध का आन्दोलन देश बचाने का आन्दोलन है और वे हर हाल में इस आन्दोलन को टूटने नही देंगे। भीम आर्मी आजाद समाज पार्टी के प्रवक्ता सत्यपाल चौधरी ने कहा है कि वे किसान मजदूर सम्मेलन करके दलितों,किसान कमेरों की एकता बढ़ायेंगे।