Breaking Newsउत्तर प्रदेशराष्ट्रीयहमारा गाजियाबाद
ट्रांस हिंडन एरिया व लाइनपार में नहीं रुक रहा अवैध निर्माण
प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंची अवैध निर्माण की खबर

गाजियाबाद। ट्रांस हिंडन के इंदिरापुरम, वैशाली, वसुंधरा, शालीमार गार्डन, राजेंद्र नगर के अलावा लाइनपार क्षेत्र के प्रताप विहार, सिद्धार्थ विहार, सजवान नगर आदि तमाम इलाकों में धड़ल्ले से अवैध निर्माण जारी है। शिकायतों के बावजूद बिल्डरों द्वारा बनाई जा रही अवैध इमारतों पर लगाम नहीं लग पा रही है। राजेंद्र नगर सेक्टर-3 में अधिकारियों की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। जहां आरडब्ल्यूए ने जीडीए के तमाम अधिकारियों से लेकर प्रधानमंत्री तक से मामले की शिकायत कर दी है। इसके बावजूद भी पांच मंजिला अवैध इमारत का निर्माण जारी है। अब स्थानीय लोग सीएम से मिलकर बुलडोजर चलाने की गुहार लगाएंगे। राजेंद्र नगर, शालीमार गार्डन, विक्रम एंक्लेव, वैशाली और इंदिरापुरम, प्रताप विहार सैक्टर-12, सिद्धार्थ विहार डूब क्षेद्ध में सौ से अधिक प्लाटों पर अवैध इमारतें खड़ी की जा रहीं हैं। जीडीए अधिकारियों को इसकी तमाम शिकायतें मिल रहीं हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही। स्थानीय निवासी विक्रम गोयल ने बताया कि उनकी कालोनी में एक बिल्डर ढाई मंजिल का नक्शा पास कराकर पांच मंजिल इमारत का निर्माण कर उसमें फ्लैट बना रहा है। उन्होंने जनवरी में मामले की शिकायत की तो जीडीए ने बिल्डिंग सील कर दी। इसके बाद बिल्डर के खिलाफ एफआइआर हुई तो लेकिन अवैध निर्माण नहीं रुका। उन्होंने जीडीए वीसी और अन्य सभी अधिकारियों से मामले की शिकायत की लेकिन निर्माण पर कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद आरडब्ल्यूए की ओर से मुख्यमंत्री पोर्टल और प्रधानमंत्री कार्यालय को भी ईमेल के जरिये शिकायत दी गई। ट्रांस हिंडन के इंदिरापुरम और राजेंद्र नगर में सबसे अधिक अवैध निर्माण हो रहे हैं। इसके अलावा शालीमार गार्डन, वैशाली और कौशांबी में भी धड़ल्ले से अवैध इमारतें बनाई जा रहीं हैं। जीडीए अधिकारी कार्रवाई के नाम पर कुछ इमारतों को सील करने के साथ ही हल्की तोड़फोड़ तो करते हैं, लेकिन फिर भी अवैध निमार्णों पर रोक नहीं लग पा रही है। स्थानीय निवासियों ने अगले सप्ताह मुख्यमंत्री से मिलने का समय लिया है। उन्हें उम्मीद है कि बुलडोजर बाबा के नाम से प्रसिद्ध योगी आदित्यनाथ उनकी कालोनी के इस अवैध निर्माण पर जरूर बुलडोजर चलाएंगे। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि शिकायत करने पर कई स्थानीय नेताओं ने उन्हें धमकी भी दी है। जीडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने बताया कि अवैध निर्माण की शिकायतों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। कई इमारतों को ध्वस्त भी किया गया है। जिस इमारत की शिकायत की गई है उसे सील कर एफआइआर करवाई जा चुकी है। आगे की कार्रवाई जल्द ही की जाएगी।