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सब कुछ बंद, बार व शराब की दुकानें नहीं
बात पते की……………
कोरोनावायरस के नए वैरीअंट ओमिक्रान के खतरे और डेल्टा वह ओमिक्रान दोनों के लगातार बढ़ रहे मामलों के साथ यह बात सामने आ गई है कि अब देश में कोरोनावायरस की तीसरी लहर है जिसका सामना हमें करना है। देश के लगभग सभी राज्यों ने अनेक तरह की पाबंदियां लगानी शुरू कर दी हैं लेकिन इन पाबंदियों में बार और शराब की दुकानों पर किसी तरह की पाबंदी नजर नहीं आ रही है। लगभग सभी राज्यों ने नाइट कर्फ्यू और देश की राजधानी दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू लगा दिया है। स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। गाजियाबाद जिले में 1,000 से अधिक सक्रिय केस मिलने के बाद जिम, स्विमिंग पूल बंद करने के साथ-साथ होटल और रेस्टोरेंट में आधी संख्या का नियम लागू कर दिया गया है। विवाह और अन्य समारोह पर भी कई तरह की पाबंदियां शुरू की गई है। दुकानों पर पाबंदी है, मैं तो दुकानें खोलने के लिये आड इवन फार्मूला लागू कर दिया गया है। पाबंदियों के प्रावधान के बीच हैरानी की बात यह है कि किसी भी राज्य ने बार और शराब की दुकानें बंद करने के संबंध में सोचा भी नहीं है। कोरोनावायरस की आहट के साथ ही सबसे पहले स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। कोरोनावायरस की मार सबसे अधिक शिक्षा के ऊपर पड़ी है। पिछले 2 साल में सबसे ज्यादा नुकसान शिक्षा क्षेत्र का ही हुआ है। इस बार भी कोरोना से ही सबसे पहले स्कूल कॉलेजों में ताले लगे हैं लेकिन शराब की दुकानें बंद नहीं की गई है। गौरतलब है कि कोरोना की पहली दोनों लहरों के बीच भी सरकारों में शराब की बिक्री सुनिश्चित की थी। उन सरकारों में उत्तर प्रदेश की सरकार भी शामिल थी जिसके मुखिया भगवा वस्त्र धारी हैं। उत्तर प्रदेश में भी जब तक संभव हुआ दुकानें खुली रखी गई और जैसे ही संभव हुआ वैसे ही सबसे पहले शराब की दुकानें ही खोली गई। कई राज्यों में ऑनलाइन बिक्री शुरू कराई गई और घर-घर शराब की डिलीवरी सुनिश्चित कराई गई। शराब के राजा से उसे सरकारें चलेंगी तो इससे बेहतर उम्मीद भी कुछ नहीं की जा सकती। शराब की दुकानों में मौजूद कैंटीन पूरी संख्या के साथ चल रही हैं जबकि बाकी होटल और रेस्टोरेंट के ऊपर पाबंदियां लगा दी गई है। काफी महत्वपूर्ण बात है कि शराब की दुकानों के साथ मौजूद कैंटीन में शराब का सेवन करने वाले लोगों के बीच किसी भी तरह के कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं होता। गाजियाबाद के प्रशासन को इस बात की तरफ भी ध्यान देना होगा कि शराब के कैंटीन में भी आधी क्षमता के साथ ही लोग बैठे हैं ताकि कोविड संक्रमण से बचा जा सके।