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आर्य समाज राज नगर के 37वें वार्षिकोत्सव का द्वितीय दिवस
पंचतत्वों से बना यह शरीर विचार से मनुष्य बनता है:डा शिव दत्त पाण्डे

जब तक हम ईश्वर की शरण में नहीं जाएंगे तब तक सब सुना है :माया प्रकाश
गाजियाबाद आर्य समाज राज नगर के चार दिवसीय 37वें वार्षिकोत्सव के द्वितीय दिवस पर ऋग्वेदीय महायज्ञ सुल्तानपुर से पधारे आचार्य डा. शिवदत्त पाण्डे के ब्रह्मत्व में किया गया, वेद पाठ धर्माचार्य पं.रामेश्वर शास्त्री व कु. प्रियंका ने किया।अचार्य जी ने यज्ञ के लाभों की चर्चा करते हुए बताया मनुष्य यज्ञ कर परोपकार कर सकता है,पंचतत्वों से बना यह शरीर विचार से मनुष्य बनता है।जैसे शीशे पर धूल पड़ जाने से वह काम नहीं करता,उसे कपड़े से साफ करने पर वह काम करता है,मन भी वैसे ही है, शीशे की तरह है, इसे भी सत्संग रूपी कपड़े से साफ करने पर सुसंस्कारित होकर आपको अच्छे कर्मों की ओर ले चलेगा और अंततोगत्वा ध्यान योग द्वारा मनुष्य के चर्मोत्कर्ष लक्ष्य मोक्ष की ले चलेगा।
सुप्रसिद्ध भजनोदेशक पंडित राम निवास शास्त्री ने ईश्वर भक्ति के भजनों को सुना कर भावविभोर कर दिया।
सार्वदेशिक आर्यप्रतिनिधि सभा के कोषाध्यक्ष पंडित माया प्रकाश त्यागी ने ध्वजारोहण किया और आह्वान किया कि आओ हम ओ३म की शरण में चलें उन्होंने कहा कि जब तक हम ईश्वर की शरण में नहीं जाएंगे तब तक सब सुना है, हमें सुना नहीं रहना है, सब में आनंद भर देना है, वेद मंत्र विचार है,ओ३म परमपिता परमात्मा का मुख्य और निज नाम है उसकी छाया/शरण में रहना अमृत की ओर जाना है उसकी छाया हटी तो मृत्यु की ओर जाना पड़ेगा। एक बार उसकी छाया में खड़े हो जाओ और उसे कह दो प्रभु हम तेरी शरण में आ गए हैं, प्रभु अब तू संभाल।वह प्रभु विश्व के कण-कण में व्यापक है, वह प्रभु ब्रह्म है,सबसे बड़ा है,प्रकृति जीव और ईश्वर तीन अनादि सत्ताएं हैं, सभी उसके अधीन हैं।जीव को कर्म का क्षेत्र देता है,वह भोक्ता है।चेतन प्रभु सर्वज्ञ है,मनुष्य अल्पज्ञ होने के कारण भूल कर सकता है,तेरे पूजन को भगवान मिला मन मन्दिर आलीशान, लाइनें बोलकर कहा हमें एक कदम भी नहीं चलना,वह आत्मा के अन्दर बसा हुआ है,वहीं साक्षात होगा।
आर्य समाज के संरक्षक श्री श्रद्धानन्द शर्मा ने दूर दराज से पधारे आर्य प्रतिनिधियों का और उपदेशकों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
मंच का कुशल संचालन यशस्वी मंत्री श्री सत्यवीर चौधरी ने किया उन्होंने कहा की प्रतिदिन प्रातः 7:30 से 11:00 तक, शाम को 3:00 से 5:30 बजे तक, वेद सम्मेलन, आध्यात्मिक सम्मेलन, आर्य महिला सम्मेलन और रविवार,28 नवंबर को ऋग्वेदीय महायज्ञ की पूर्णाहुति एवं राष्ट्र रक्षा सम्मेलन प्रातः 8:00 से 1:30 तक होगा,उन्होंने भारी संख्या में लोगों से पहुंचने की अपील की।
इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री ओम प्रकाश आर्य,डॉ वीरेंद्र नाथ सरदाना,शशि बल गुप्ता,कौशल गुप्ता,वंदना अरोड़ा, शिल्पा गर्ग,आशा आर्या, रामनिवास शास्त्री, प्रवीण आर्य, आदि उपस्थित रहे।
शांति पाठ व प्रसाद वितरण के साथ सभा संपन्न हुई।